Gate Way Of India
- गेट वे ऑफ इंडिया का निर्माण तत्कालीन भारत सरकार द्वारा वर्ष 1920 में किया गया था।
- यह द्वार मुंबई के दक्षिण में कोलाबा में समुद्र तट पर स्थित है ।
- इस इमारत की नींव 31 मार्च 1911 को रखी गई थी ।
- यह द्वार वर्ष 1924 में बनकार तैयार हुआ था इस द्वार का डिजाइन वास्तुकार जॉर्ज विटेट ने बनाया था।
Tajmahal। ताजमहल निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ( शासनकाल 1628 से 1658 ) ने अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था '
- ताजमहल का निर्माण कार्य 1632 में शुरू हुआ।
- ताजमहल भारत के आगरा शहर में यमुना नदी के तट पट स्थित एव विश्वधरोहर मकबरा है । ' ताजमहल का निर्माण लगभग 1643 में ही ख़त्म हो गया था ।
- सन 1983 में ताजमहल , यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल बना ।
- लाल किला
- लाल किला असल में सफ़ेद है । ' कोहिनूर हीरा इसके फर्नीचर का ही एक भाग है ।
- किले में एक पानी का गेट भी है ।
- समुचित रूप से इसे रंग महल भी कहा जा सकता है ।
- बहादुर शाह को उन्ही के Lal Kila में ब्रिटिशो ने बंदी बनाया था ।
Hawa Mahal
- हवा महल
- हवा महल में कुल पाँच मंजिले है ।
- यह महल सफलता से अपनी जगह पर 87 डिग्री के एंगल में खड़ा है । " हवा महल “ पैलेस ऑफ़ विंड्स " के नाम से भी जाना जाता है हवा महल में कुल 953 खिड़कियाँ है जो महल को ठंडा रखती है । लाल चंद उस्ताद ने डिज़ाइन किया था ।
- क़ुतुब मीनार
- कुतुब मीनार , 120 मीटर ऊँची दुनिया की सबसे बड़ी ईंटो की मीनार है ।
- कुतुब मीनार का आस - पास का परिसर कुतुब कॉम्पलेक्स से घिरा हुआ है ।
- यह मीनार लाल पत्थर और मार्बल से बनी हुई है कुतुब मीनार 72.5 मीटर ( 237.8 फ़ीट ) ऊँची है ' मीनार के अंदर गोल सीढ़ियाँ है , ऊँचाई तक कुल 379 सीढ़ियाँ है ।
- क़ुतुब मीनार 1200 में दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुब उद- दिन ऐबक ने कुतुब मीनार का निर्माण शुरू किया ।
- 1369 में सबसे ऊँची मंजिल पर बिजली कड़की और इससे मंजिल पूरी तरह गिर गयी थी ।
- आज भी आप कुतुब मीनार की छठी मंजिल तक जा सकते हो ।
- अलाई दरवाज़ा , यह कुतुब मीनार के उत्तरी भाग में है , जिसके दरवाजे हमे एक जैसे दिखाई देते है ।
- जामा मस्जिद
- बहुआ पत्थर और सफ़ेद संगमरमर से निर्मित है । जामा मस्जिद का पूर्वी द्वार केवल शुक्रवार को ही खुलता है । इसमें ग्यारह मेहराब हैं जिसमें बीच वाला मेहराब अन्य से कुछ बड़ा है ।
- इस मस्जिद का उद्घाटन 23 जुलाई 1656 को उज़बेकिस्तान के बुखारा के मुल्ला इमाम बुखारी ने किया था ।
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